उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे फाटो जोन की पहचान अब सिर्फ जंगल सफारी तक सीमित नहीं रही. बल्कि ये जोन वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक अनोखा अनुभव बन चुका है। टाइगर साइटिंग से लेकर ट्री हाउस तक, हर पहलू इसे खास बनाता है। लेकिन इस जोन की लोकप्रियता में जबरदस्त इजाफा कैसे हुआ? आइये जानते हैं इस आर्टिकल में।
वाइल्डलाइफ टूरिज्म का नया सेंटर
उत्तराखंड का फाटो जोन अब वाइल्डलाइफ टूरिज्म का नया सेंटर बन चुका है। यहां आने वाले पर्यटकों को अब बाघ और अन्य वन्यजीवों को देखने का बेहतरीन अनुभव मिलता है। वजह है यहां तैयार किए गए जल स्रोत, जिससे वन्यजीवों की हलचल इस जोन में बढ़ गई है। बाघों की बढ़ती संख्या और बेहतर सुविधाओं की वजह से अब फाटो जोन पर्यटकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यहां की खासियतों में से एक है उत्तराखंड का पहला ट्री हाउस, जहां जंगल के बीच रहकर टूरिस्ट एक अनूठा अनुभव ले सकते हैं।डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य के नेतृत्व में यहां टूरिज्म मैनेजमेंट को और बेहतर बनाया गया है। हालांकि, ये जोन पहले से ही तैयार था, लेकिन जब से उन्होंने तराई पश्चिमी डिविजन की जिम्मेदारी संभाली है, तब से यहां की व्यवस्थाएं और भी शानदार हो गई हैं। ऑनलाइन बुकिंग से लेकर सिक्योरिटी तक हर चीज को स्मार्ट तरीके से मैनेज किया जा रहा है।धामी सरकार भी इस जोन को प्रमोट कर रही है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के विजन के मुताबिक, यह क्षेत्र टूरिज्म को बढ़ावा देने और राज्य की अलग पहचान बनाने में बड़ा योगदान दे रहा है। देशभर से लोग फाटो जोन का रुख कर रहे हैं। खूबसूरत जंगल, सुरक्षित सफारी और बाघों की बढ़ती संख्या इसे वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन बना रही है।